आजकल Debit Card का use बहुत ज्यादा रूप जाता है चाहे वो पैसे निकलने हो या ऑनलाइन शॉपिंग करना हो हर रूप में इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। क्या आपको पता है कि हम इसका उपयोग करके अतिरिक्त कैशबैक भी कमा सकते है आइये जानते है कि डेबिट कार्ड क्या है इसका इस्तेमाल कहा किया जाता है?
डेबिट कार्ड क्या है?
डेबिट कार्ड एक ऐसा कार्ड है जिसके माध्यम से कार्ड धारक अपने बैंक खाते में स्थित मुद्रा (money) को इलेक्ट्रॉनिक रूप से अपने बैंक खाते से दूसरे के खाते में हस्तांतरित कर सकता है किसी भी प्रकार की खरीदी कर सकता है।
डेबिट कार्ड के प्रयोग से हम एटीएम द्वारा नगद निकासी भी कर सकते हैं जिसके कारण हमें नगद को धारण करने की कोई आवश्यकता नहीं होती है। डेबिट कार्ड के माध्यम से इन सुविधाओं को प्राप्त करने हेतु हमें 4 डिजिट का पर्सनल आईडेंटिफिकेशन नंबर अर्थात पिन की आवश्यकता होती है जो कार्ड के जारीकर्ता बैंक द्वारा ही हमें प्रदान किया जाता है।
डेबिट कार्ड का मुख्य रूप से अर्थ अपने खाते से मुद्रा (money) को इलेक्ट्रॉनिक रूप से हस्तांतरित करने से है। डेबिट कार्ड के माध्यम से हम अपने बैंक खाते को इलेक्ट्रॉनिक रूप में access कर सकते हैं। यह हमें बैंकों में लगने वाली लंबी लाइनों से बचाता है तथा हमें इंटरनेट बैंकिंग तथा मोबाइल बैंकिंग जैसी सुविधाओं से भी परिचित कराता है।
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डेबिट कार्ड के लाभ
डेबिट कार्ड के माध्यम से हम खाते से संबंधित किसी भी प्रकार के ट्रांजैक्शन को इलेक्ट्रॉनिक रूप में कर सकते हैं जो काफी आसान व सुविधाजनक होता है। डेबिट कार्ड के माध्यम से हमें नकद को धारण नहीं करना होता है तथा हम सिर्फ एक कार्ड के माध्यम से अपने खाते की सभी सुविधाओं का लाभ उठा पाते हैं।
डेबिट कार्ड से संबंधित अनेक लाभ है जो निम्नानुसार है
- डेबिट कार्ड के माध्यम से खाते की राशि का इलेक्ट्रॉनिक रूप में transaction किया जाता है जिसके कारण हमें अपने खाते से हस्तांतरित हुई समस्त राशियों की जानकारी इलेक्ट्रॉनिक रूप में उपलब्ध हो जाती है यह हमें अपने खाते की budgeting में काफी मदद तथा भविष्य की योजनाओं को बनाने में सरलता प्रदान करती है।
- जब भी हम अपने साथ नकद को धारण करते हैं हमें उसके चोरी होने या गुम हो जाने का डर बना रहता है डेबिट कार्ड हमारे इस भय को दूर करता है इसके माध्यम से हम बड़े से बड़े राशि के हस्तांतरण को बिना नकद को धारण किए कर सकते हैं। इसके साथ ही प्रत्येक राशि के हस्तांतरण के समय हमें 14 डिजिट के पिन की आवश्यकता होती है जो केवल कार्ड धारक को ही ज्ञात होता है इससे धोखाधड़ी की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है
- डेबिट कार्ड के माध्यम से मुद्रा (money) के लेनदेन करने से हमें अनेक प्रकार के gift तथा reward जारीकर्ता बैंक द्वारा प्रदान किए जाते हैं।
- डेबिट कार्ड को धारण करने पर इसके जारीकर्ता बैंक द्वारा बहुत कम शुल्क वसूला जाता है जो इसके द्वारा प्राप्त होने वाली सुविधा के एवज में काफी कम होता है।
- डेबिट कार्ड के माध्यम से किसी भी प्रकार के हस्तांतरण करने पर राशि की गणना हमारे खाते से तुरंत हो जाती है जिससे हमारे खर्चे की accountability में पारदर्शिता आती है।
- वर्तमान में डेबिट कार्ड के साथ एटीएम कार्ड की सुविधा भी प्राप्त होती है इसके माध्यम से हम एटीएम की मदद से नकद निकासी भी कर सकते हैं।
डेबिट कार्ड के संबंध में मुख्य बातें
- जब भी हम डेबिट कार्ड को धारण करते हैं तो हमें कार्ड जारीकर्ता बैंक द्वारा प्रदान 4 डिजिट के पिन को हमेशा याद रखना चाहिए। धोखाधड़ी से बचने हेतु हमें इसे कहीं पर भी ना लिखते हुए केवल याद रखना चाहिए
- ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर डेबिट कार्ड के माध्यम से पेमेंट करने की स्थिति में हमें केवल विश्वास पात्र प्लेटफार्म का ही प्रयोग करना चाहिए, अन्यथा हमारी डेबिट कार्ड की जानकारी से धोखाधड़ी भी की जा सकती है।
- यदि हमारे द्वारा पीओएस मशीन के माध्यम से ट्रांजैक्शन किया जा रहा है तब हमें ध्यान पूर्वक अपने सही पेन का प्रयोग करना चाहिए 3 या उससे अधिक समय गलत पिन का प्रयोग करने से हमारा डेबिट कार्ड जारीकर्ता बैंक द्वारा बंद किया जा सकता है।
- डेबिट कार्ड के माध्यम से ट्रांजैक्शन के उपरांत हमें अपने खाते की statement को एक नियमित समय पर check करते रहना चाहिए जिससे हमें इस बात की जानकारी हो जाती कि हमारे द्वारा कितनी राशि का भुगतान किसे किया गया है जिससे अनधिकृत ट्रांजैक्शन के बारे में बैंक को तुरंत शिकायत कि जा सके।
- डेबिट कार्ड में भुगतान हेतु magnetic strip का प्रयोग होता है जो उसके पीछे की ओर लगी होती है उसकी सुरक्षा हेतु हमें इसे धूल तथा अन्य चुंबकीय पदार्थों से दूर रखना चाहिए अन्यथा यह खराब हो सकती है। Magnetic strip के खराब होने की स्थिति में कार्ड निष्क्रिय हो जाता है।
डेबिट तथा क्रेडिट कार्ड में अंतर
डेबिट कार्ड तथा क्रेडिट कार्ड देखने में एक जैसे प्रतीत होते हैं परंतु इनके कार्य करने का तरीका बहुत ही अलग होता है।
- क्रेडिट कार्ड किसी भी बैंक खाताधारक के खाते से जुड़ा हुआ होता है तथा इसके माध्यम से राशि का हस्तांतरण करने पर वह राशि बैंक खाते से तुरंत कम हो जाती है। जबकि क्रेडिट कार्ड के माध्यम से भुगतान करने पर व्यक्ति के खाते से राशि का तुरंत स्वतः भुगतान ना होकर कार्ड धारक को कुछ समय पश्चात भुगतान का समय दिया जाता है।
- डेबिट कार्ड कार्ड धारक के बैंक खाते में वर्तमान राशि पर निर्भर करता है। जबकि क्रेडिट कार्ड कार्ड धारक के बैंक खाते में स्थित वर्तमान राशि पर निर्भर करता है।
- डेबिट कार्ड के माध्यम से राशि का भुगतान करने पर वह राशि तुरंत कार्ड धारक के खाते से घटा दी जाती है जबकि क्रेडिट कार्ड के माध्यम से राशि का भुगतान करने पर वह राशन कार्ड धारक के बैंक खाते से कम ना होकर कार्ड धारक को वह राशि भुगतान हेतु कुछ दिन की मोहलत प्रदान की जाती है।
- डेबिट कार्ड की स्थिति में कार्ड धारक केवल उतनी ही राशि का भुगतान कर सकता है जो उसके बैंक खाते में होती है जबकि क्रेडिट कार्ड की स्थिति में बैंक द्वारा एक निश्चित राशि का क्रेडिट कार्ड कार्ड धारक को प्रदान किया जाता है जो कार्ड धारक की पिछले भुगतान की स्थिति तथा पात्रता पर निर्भर करता है।
- डेबिट कार्ड हेतु कार्ड धारक से काफी कम शुल्क लिया जाता है इसके उलट क्रेडिट कार्ड में ग्राहक से लिया जाने वाला शुल्क अधिक होता है जो वार्षिक रूप से वसूला जाता है।
- क्रेडिट कार्ड से किए गए भुगतान पर एक निश्चित समय के बाद कार्ड धारक द्वारा बैंक को राशि का भुगतान न करने पर ग्राहक से अधिभार शुल्क तथा late fee लिया जाता है जबकि डेबिट कार्ड में ऐसा कोई शुल्क नहीं होता है।
क्रेडिट कार्ड को धारण करते समय करने तथा ना करने योग्य बातें (Dos तथा Don’ts)
- जैसे ही बैंक द्वारा कार्ड धारक को डेबिट कार्ड प्रदान किया जाता है तब हमें उस कार्ड को आधिकारिक दर्जा देने हेतु उसके पीछे की ओर अपना हस्ताक्षर करना होता है।
- हमें अपने डेबिट कार्ड के पिन को हमेशा याद रखना चाहिए तथा इसे किसी के साथ शेयर नहीं करना चाहिए।
- जब भी हमारे द्वारा एटीएम से डेबिट कार्ड के माध्यम से नकद निकासी की जाती है तब हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हमारे साथ कोई और व्यक्ति ना हो।
- हमें समय-समय पर अपने डेबिट कार्ड के पिन को परिवर्तित करते रहना चाहिए।
- यदि हमारे पुराने डेबिट कार्ड की समय सीमा खत्म हो जाती है तो हमें उसे नष्ट कर देना चाहिए ना की किसी अन्य व्यक्ति को देना चाहिए।
- हमें अपने प्रत्येक डेबिट कार्ड ट्रांजैक्शन की जानकारी रखनी चाहिए यदि किसी प्रकार का असमान ट्रांजैक्शन हमें प्रतीत होता है तो हमें उसकी जानकारी तुरंत बैंक को देनी चाहिए।
- यदि किसी कारणवश हमारा डेबिट कार्ड गुम जाता है अथवा चोरी हो जाता है तो हमें उसे तुरंत block कर देना चाहिए ऐसा हम बैंक के ग्राहक सेवा अधिकारी से बात करके कर सकते हैं।
- हमें अपने बैंक खाते में मोबाइल नंबर को जुड़वाना चाहिए जिससे हमारे प्रत्येक ट्रांजैक्शन की जानकारी हमें एसएमएस के माध्यम से प्राप्त हो सकेगी।
- जब भी हमारे द्वारा किसी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर डेबिट कार्ड के माध्यम से ट्रांजैक्शन किया जाता है तब हमें उसकी सत्यता की जांच अवश्य रूप से कर लेनी चाहिए।
- हमें ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर टेंशन करते समय अपने डेबिट कार्ड की जानकारी को सुरक्षित नहीं करना चाहिए ऐसा करने की स्थिति में हमारे कार्ड की जानकारी धोखाधड़ी हेतु इस्तेमाल की जा सकती है।
Debit Card से जुड़े कुछ सवाल जवाब
डेबिट कार्ड क्या होता है?
डेबिट कार्ड एक ऐसा कार्ड है जिसके माध्यम से कार्ड धारक अपने बैंक खाते में स्थित मुद्रा (money) को इलेक्ट्रॉनिक रूप से अपने बैंक खाते से दूसरे के खाते में हस्तांतरित कर सकता है।
एटीएम कार्ड क्या होता है?
एटीएम कार्ड एक ऐसा कार्ड जिसके माध्यम से कार्ड धारक ATM मशीन के माध्यम से पैसा निकल सकता है।