राउटर (Router) का नाम अक्सर हमने सुना ही होगा क्योंकि आजकल हम बहुत ज्यादा कर रहे हैं चाहे वह घर का वाईफाई राउटर या रेलवे स्टेशन में लगाया गया राउटर हो हम सभी जगह इसका उपयोग करते हैं स्टेशन में राउटर के माध्यम से ही वाईफाई का इस्तेमाल कर पाते हैं आइए जानते हैं क्या है Router
राउटर (Router) क्या है?
राउटर (Router) एक भौतिक (physical) अथवा काल्पनिक (virtual) नेटवर्किंग डिवाइस है जो data packets को कंप्यूटर नेटवर्क के मध्य receive analyze तथा forward करने के लिए प्रयोग की जाती है।
राउटर (Router) किसी भी data packet का destination IP address का मूल्यांकन करता है तथा उसके साथ header तथा forwarding table को जोड़ देता है जिससे उन डाटा पैकेट्स को destination तक पहुंचने का सरल तथा सुविधाजनक रास्ता प्राप्त होता है। राउटर (Router) को बनाने वाली प्रमुख कंपनियां cisco 3Com HP Juniper D-Link तथा Nortel हैं।
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राउटर (Router) की मुख्य बातें निम्नानुसार है
- राउटर (Router) का प्रयोग मुख्यतः लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) तथा वाइड एरिया नेटवर्क (WAN) में किया जाता है जैसे दो या दो से अधिक ऑफिस में संपर्क स्थापित करने हेतु इसका प्रयोग किया जाता है।
- यह नेटवर्क में उपस्थित अन्य राउटर (Router)्स के मध्य भी जानकारियों को साझा करता है।
- यह किसी नेटवर्क में डाटा को भेजने के लिए राउटिंग प्रोटोकॉल का उपयोग करता है।
- यह अन्य नेटवर्क डिवाइस जैसे स्विच तथा hub की तुलना में महंगा (Expensive) होता है।
राउटर (Router) OSI (open system interconnection) मॉडल की third layer में कार्य करता है जो कि नेटवर्क में उपस्थित किसी भी डिवाइस अथवा कंप्यूटर के आई पी एड्रेस पर आधारित होती है।
यह दो या दो से अधिक नेटवर्क के मध्य ICMP का प्रयोग जानकारी साझा करने के लिए कहता है।यह एक intelligent डिवाइस होता है जो नेटवर्क में उपस्थित दो डिवाइस के मध्य best route की गणना डाटा को भेजने के लिए करता है।
काल्पनिक (virtual) राउटर (Router) एक सॉफ्टवेयर फंक्शन अथवा सॉफ्टवेयर आधारिक फ्रेमवर्क होता है जो भौतिक (physical) राउटर (Router) की तरह ही कार्य करता है। यह नेटवर्क की विश्वसनीयता को बढ़ाने हेतु प्रयोग में लाया जाता है। यह commodity service पर कार्य करता है जिसमे अन्य नेटवर्क function जैसे load balancing firewall packet filtering तथा wide area network optimization भी जुड़े होते हैं।
राउटर (Router) का प्रयोग क्यों किया जाता है?
राउटर (Router) switch तथा hub की तुलना में अधिक सक्षम नेटवर्क डिवाइस है क्योंकि hub तथा switch केवल डाटा को नेटवर्क में जुड़ी हुई डिवाइस के मध्य forward करने के लिए प्रयुक्त होते हैं परंतु डाटा को analyze नही कर सकते हैं जबकि राउटर (Router) डाटा को नेटवर्क पर transfer करने के साथ साथ analyze तथा आवश्यकतानुसार modify भी कर सकता है। राउटर (Router) एक single network connection को एक से अधिक डिवाइस के मध्य share भी कर सकता है।
राउटर (Router) किस प्रकार कार्य करता है?
राउटर (Router) भेजे गए डाटा पैकेट के destination IP (internet protocol) को analyze करता है तथा routing table के माध्यम से डाटा पैकेट के अगले route को तय करता है। डाटा पैकेज के destination तक के पहुंच मार्ग को निश्चित करने के पश्चात राउटर (Router) डाटा पैकेट के साथ एक header को जोड़ देता है।
राउटर (Router) नेटवर्क की अन्य डिवाइस तथा इंटरनेट के मध्य communication के लिए modem (modulation and demodulation) जैसे cable , fibre तथा DSL का प्रयोग करता है। अधिकतर राउटर (Router) में अनेक ports होते हैं जिनकी मदद से विभिन्न डिवाइस को इंटरनेट से एक ही समय पर जोड़ा जाना संभव हो पाता है। Routing table की मदद से राउटर (Router) data send करने की दिशा तथा traffic को analyze करता है।
राउटर (Router) की विशेषताएं निम्नानुसार है
- राउटर (Router) OSI मॉडल की 3rd layer (Network layer ) पर कार्य करता है तथा यह IP address (Internet protocol) तथा subnet के माध्यम से नेटवर्क की डिवाइसों के मध्य संबंध स्थापित करता है।
- राउटर (Router) विभिन्न ports जैसे gigabit fast ethernet तथा STM link port के मध्य high speed internet connectivity प्रदान करता है।
- यह user को नेटवर्क में ports को अपने अनुसार configure करने की स्वतंत्रता प्रदान करता है।
- राउटर (Router) के मुख्य component central processing unit (CPU) flash memory RAM Non volatile RAM console तथा interface card हैं।
- राउटर (Router) किसी भी बड़े नेटवर्किंग सिस्टम में data traffic को नियंत्रित करने के लिए सक्षम होते हैं।
- राउटर (Router) unwanted interference को filter out करने के साथ साथ data encapsulation तथा decapsulation का कार्य भी करता है।
- यह users को अनेक LAN तथा WAN से जुड़ने की सुविधा प्रदान करता है।
राउटर (Router) के क्या उपयोग हैं?
- राउटर (Router) अलग अलग स्थानों पर स्थित hardware equipment जैसे BSC MGW , IN, SGSN आदि को सर्वर से जोड़ता है।
- यह STM links का प्रयोग करता है जिससे high speed data transmission संभव होने से इसे wired तथा wireless दोनो communication में प्रयोग करना संभव होता है।
- ISP (Internet service provider) राउटर (Router) की मदद से data को Email web page image voice तथा video file के रूप में source से destination तक भेज पाते हैं।
- राउटर (Router) की मदद से हम डाटा को कुछ users के लिए तक restrict कर सकते हैं।
- राउटर (Router) software testers द्वारा WAN communication में प्रयोग किया जाता है।
- Wireless नेटवर्क में राउटर (Router) को VPN के रूप में भी configure किया जा सकता है।
- वर्तमान समय में राउटर (Router) में usb port की सहायता से data store भी किया का सकता है।
राउटर (Router) के प्रकार
- Wireless Router – wireless router नेटवर्क डिवाइस जैसे लैपटॉप स्मार्टफोन आदि को Wi Fi connectivity प्रदान करते हैं इसके साथ ये कम संख्या के wired नेटवर्क सिस्टम के मध्य standard ethernet routing भी उपलब्ध कराते हैं। Wireless राउटर (Router) हमारे घर अथवा ऑफिस में wireless signal generate कर सकते हैं जिससे एक निश्चित दूरी पर स्थित कंप्यूटर इंटरनेट का प्रयोग कर सकते हैं। इसके अंतर्गत wireless राउटर (Router) की range indoor हेतु 150 फीट तथा outdoor हेतु 300 फीट होती है।
- Brouter – Bridge तथा राउटर (Router) दोनों के सम्मिलिन (combination) से बनी डिवाइस को Brouter कहा जाता है। इसकी मदद से हम डाटा को दो या दो से अधिक नेटवर्क के मध्य transfer कर सकते हैं। यह एक साथ दो कार्य जैसे incoming data को किसी नेटवर्क में route करने के साथ साथ data को अन्य नेटवर्क में भी transfer कर सकता है।
- Core Router – core राउटर (Router) एक ऐसा राउटर (Router) होता है जो केवल data को किसी एक नेटवर्क के भीतर ही route कर सकता है वह data को अन्य नेटवर्क पर transfer नही कर सकता है। यह एक computer communication डिवाइस होती है जो नेटवर्क की backbone के रूप में कार्य करते हुए सभी डिवाइस को आपस में connect करती है। इसका प्रयोग ISP (Internet service provider) द्वारा data communication interface के रूप में किया जाता है।
- Edge Router – यह एक कम क्षमता का device होता है जो network की boundary पर स्थापित किया जाता है। यह internal नेटवर्क को external नेटवर्क से connect होने की सुविधा प्रदान करता है। इसे एक्सेस router भी कहते है। यह External BGP (Border gateway protocol) पर कार्य करता है जो internet पर remote नेटवर्क के मध्य connectivity प्रदान करता है।
ये दो प्रकार के होते हैं
- Subscriber edge Router
- Label Edge Router
- Broadband Router – यह मुख्य रूप से नेटवर्क में high data speed प्रदान करने के लिए प्रयुक्त होता है। जब हम internet से phone द्वारा connect होने लिए VOIP (Voice over internet protocol) का प्रयोग करते हैं तब इसकी आवश्यकता होती है।
राउटर (Router) के लाभ
- राउटर (Router) हमे security प्रदान करता है। जैसे जब हम LAN को broadcast mode में प्रयोग में लाते हैं तब Information को संपूर्ण नेटवर्क पर भेजा जाता है परंतु केवल destination डिवाइस द्वारा ही उस information को decode किया जा सकता है।
- यह किसी भी नेटवर्क की performance को बढ़ाने के साथ साथ उसमे अधिक device के connect होने के बावजूद high डाटा स्पीड प्रदान करता है।
- राउटर (Router) हमे विश्वनीयता प्रदान करता है जैस वह किसी एक नेटवर्क के down होने पर अन्य नेटवर्क की कार्यप्रणाली को affect होने नही देता है।
- राउटर (Router) नेटवर्क की range को भी बढ़ने का कार्य करता है। सामान्यतः किसी नेटवर्क केबल की range 1000 मीटर होती है उससे अधिक दूरी के लिए हम राउटर (Router) को repeater के रूप में प्रयोग कर range को बढ़ा सकते हैं।
राउटर (Router) से जुड़े कुछ सवाल जवाब
Router क्या है?
राउटर (Router) एक भौतिक (physical) अथवा काल्पनिक (virtual) नेटवर्किंग डिवाइस है जो data packets को कंप्यूटर नेटवर्क के मध्य receive analyze तथा forward करने के लिए प्रयोग की जाती है।
Router कहाँ से ख़रीदे
Router को आप अपने नजदीकी कंप्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक स्टोर या ऑनलाइन खरीद सकते हैं।
Router कौन सी कंपनी बनाती हैं?
cisco 3Com HP Juniper D-Link तथा Nortel मुख्य रूप से Router बनाती हैं इसके आलावा और भी कंपनी हैं जो Router बनाती हैं।