म्यूचुअल फंड के बारे में हम लोगो न अक्सर TV में कभी न कभी सुना ही होगा पर आप जानते हैं की म्यूचुअल फंड में पैसे को कैसे लगते हैं और किस जगह पर पैसों को इन्वेस्ट करते हैं। म्यूचुअल फंड को रिस्की क्यों कहा जाता है हमें पैसे कहा इन्वेस्ट करना चाइये। आइये जानते हैं कि म्यूचुअल फंड क्या है?
म्यूचल फंड क्या है? What is Mutual Fund in Hindi
म्यूचुअल फंड निवेश (Investment) का एक साधन है जिसमें अनेक निवेशकों (Investors) द्वारा अपनी पूंजी (capital) का हिस्सा दीर्घकाल(long term) अथवा लघुकाल (Short Term) में अधिक लाभ(returns) प्राप्त करने के लिए प्रयोग में लाया जाता है।
सभी निवेशकों(inventors) की कुल पूंजी(capital) को अनुभवी वित्तीय विशेषज्ञों (professionals) द्वारा बाजार (market) में निवेश (invest) जाता है। इन वित्तीय जानकारों को फंड Manager अथवा portfolio manager भी कहा जाता है।
पोर्टफोलियो मैनेजर की यह जिम्मेदारी होती है कि वे निवेशकों के पूंजी को बाजार में विभिन्न सिक्योरिटीज जैसे bonds stocks gold तथा अन्य वित्तीय साधनों में अधिक लाभ(returns) प्राप्त करने की दृष्टि से निवेश करते हैं।
पोर्टफोलियो मैनेजर द्वारा निवेशित की गई इस पूंजी पर प्राप्त किया गया कुल लाभ या हानि (profit or loss) को निवेशकों (Investors) के मध्य उनके द्वारा लगाए गए पूंजी(capital) के अनुपात (proportion) के रूप में प्रदान किया जाता है।
म्यूचल फंड में निवेश करने के क्या फायदे हैं?
- अनुभवी विशेषज्ञ (Professional Expertise)
- वित्तीय लाभ(returns)
- वित्तीय विविधता (diversification)
- कर लाभ (Tax benefit)
अनुभवी विशेषज्ञ (Professional Expertise)
शेयर मार्केट मैं विभिन्न प्रकार के वित्तीय साधन (finance instruments) निवेश(invest) करने के लिए उपलब्ध रहते हैं जैसे शेयर bonds gold आदि। इनके संबंध में आम निवेशक को सामान्य जानकारी ही होती है। इस स्थिति में निवेश करना निवेशक के लिए अत्यधिक जोखिम (High Risk) भरा होता है जिससे उसे हानि भी हो सकती है। इन सभी समस्याओं को दूर कर हम अनुभवी विशेषज्ञ व्यक्तियों (Professional Expertise) की मदद से शेयर मार्केट में निवेश कर अपने जोखिम (Risk) को काफी हद तक कम कर सकते हैं। इन अनुभवी विशेषज्ञों के पास अनेक वर्षों का अनुभव होता है जो हमारी पूंजी(capital) पर न्यूनतम जोखिम (minimum Risk) के साथ अधिकतम लाभ (maximum returns) प्राप्त करने में मदद करता है। अनुभवी विशेषज्ञ(professional expertise) द्वारा की गई इस सहायता के बदले में उन्हें एक निश्चित राशि शुल्क (Charges) के रूप में प्रदान की जाती है
वित्तीय लाभ(returns)
म्यूचल फंड में निवेश करने का सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह है कि यह हमें परंपरागत निवेश (traditional Investment) जैसे एफडी पीपीएफ बचत खाता आदि द्वारा निश्चित लाभ (assured profit) की तुलना में अधिक लाभ प्रदान करते हैं। म्यूचल फंड बाजार के प्रदर्शन (market performance) पर निर्भर करता है।
जैसे यदि बाजार(market) चढ़ाव(bull run) की स्थिति में है तब हमें इसका फायदा अपने म्यूचुअल फंड से होने वाले लाभ पर भी दिखाई पड़ता है साथ ही यदि बाजार के नीचे गिरने की स्थिति में है तब हमें इसका विपरीत असर भी अपनी म्यूचल फंड से होने वाले लाभ पर दिखलाइए पड़ता है म्यूचल फंड परंपरागत निवेश (traditional investment) की तरह एक निश्चित लाभ का वादा नहीं करते हैं अतः हमें सोच समझकर वित्तीय लक्ष्यों (financial goal)के अनुसार इनमे निवेश(invest) करना चाहिए।
वित्तीय विविधता (diversification)
हमारे द्वारा मार्केट में निवेश (invest) करने के दौरान अपनी पूंजी (capital)को किसी एक stock या संपत्ति (asset) जैसे गोल्ड बॉन्ड आदि में निवेश करना अत्यधिक जोखिम भरा होता है क्योंकि बाजार में गिरावट की स्थिति में हमें अत्यधिक हानि होने की संभावना बढ़ जाती है।
इस स्थिति से निपटने के लिए हमें अपनी पूंजी को अलग-अलग वित्तीय साधनों जैसे government securities bonds, विभिन्न sectors के अलग अलग stocks में अनुपातिक (proportatinate) रूप में निवेश करना चाहिए जिससे हमारा जोखिम (Risk) बहुत ही कम हो जाता है इस कार्य के लिए म्युचुअल फंड सबसे बेहतर होते हैं जो हमारी पूंजी को अलग-अलग वित्तीय साधनों(financial instruments) या stocks में निवेश कर देते हैं जिसमें किसी एक क्षेत्र (sector) में गिरावट के कारण हमारी कुल निवेश पूंजी (Invest Capital) पर अधिक नकारात्मक प्रभाव (Negative Impact) नहीं पड़ता है।
कर लाभ (Tax benefit)
म्यूचल फंड की मदद से निवेशक 1.5 लाख तक की कर छूट प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें Equity Linked Saving Scheme (ELSS) म्यूचल फंड में निवेश करना होता है। ELSS फंड में हमारी पूंजी 3 साल के लिए निवेश की जाती है जिसे lock in period कहा जाता है। हम अपनी पूंजी(capital) को lock in period की समाप्ति के बाद ही निकाल सकते हैं। टैक्स किए छूट केवल ELSS फंड में ही प्राप्त होती हैं इसके अलावा अन्य कम अवधि के म्यूचल फंड में कमाए गए लाभ पर टैक्स नियमों के अनुसार जमा करना होता है।
म्यूचल फंड कितने प्रकार का होता है?
जब हम बाजार (market) में अपनी पूंजी (capital) को निवेश (invest)करते हैं तब हमें अपने वित्तीय लक्ष्यों (financial goals) को प्राप्त करना होता है जिनमें अलग-अलग जोखिम (Risk) भी शामिल होता है इन वित्तीय लक्ष्यों तथा जोखिम (risk) के अनुसार बाजार में भिन्न प्रकार के म्यूचल फंड होते हैं जो निम्नानुसार हैं।
- Debt म्यूचुअल फंड
इस म्यूच्यूअल फंड को निश्चित आय वाला म्यूचल फंड भी कहा जाता है जिसमें निवेशक की पूंजी (capital) को government Securities तथा bonds में निवेश (Invest) किया जाता है जो कम जोखिम (low risk) के साथ एक निश्चित लाभ प्रदान करते हैं।
यह म्यूचल फंड उन निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प है जो कम जोखिम के साथ बाजार में निवेश (Invest) करके लाभ प्राप्त करना चाहते हैं।
- Equity फंड
इक्विटी फंड में निवेशकों की पूंजी(Capital) को सीधे तौर पर stocks में निवेश (invest) किया जाता है। इन म्यूचल फंड का लक्ष्य (goal) अधिकतम लाभ प्राप्त करना होता है जिस कारण इनमें जोखिम (Risk) भी अधिकतम (Maximum) होता है।
यह मुचल फंड उन निवेशकों के लिए एक बेहतर विकल्प है जो दीर्घकाल के लिए निवेशक रहना चाहते हैं तथा अपने लक्षण जैसे Retirement planning , घर बनाना आदि की जरूरत को पूरा करना चाहते हैं। इन म्यूचल फंड दीर्घ काल (Long Term) के लिए जोखिम (Risk) कम हो जाता है।
- Hybrid फंड
यदि हम अपने म्यूचल फंड में debt instruments जैसे government securities bonds आदि तथा stocks दोनों का निवेश रखना चाहते हैं तो हमें हाइब्रिड फंड को अपनाना चाहिए इन म्युचुअल फंड में पूंजी (capital)को अधिक जोखिम(risk) वाले equity stocks के साथ-साथ निश्चित आय वाले debt instruments तथा bonds आदि में निवेश किया जाता है।
Equity तथा securities में यह निवेश अनुपातिक (proportionate) रूप से किया जाता है जो बाजार के उतार-चढ़ाव की स्थिति के अनुसार परिवर्तन होता रहता है।
म्यूचल फंड में निवेश की अवधि के आधार पर ये दो प्रकार के होते हैं
- Open ended म्यूचल फंड यह वह मुचल फंड होते हैं जिनमें निवेशक किसी भी व्यापारिक दिन के समय निवेश कर सकता है। यह म्यूचुअल फंड Net Asset Value के आधार पर खरीदे तथा बेचे जाते हैं। Open Ended म्युचुअल अत्यधिक liquid (जिनमें खरीद बेच आसान हो) होते हैं अतः इस फंड में निवेशक अपनी खरीदी गई units को किसी भी व्यापारिक दिन (business day) पर निकाल सकते हैं।
- Close ended म्यूचल फंड इन म्युचुअल फंडों में निवेशक अपनी पूंजी (capital)को केवल इनके launch period के दौरान ही निवेश (invest) कर सकते हैं। जो कि एक निश्चित पूर्णता अवधि (Maturity Period) के बाद ही निकाली जा सकती है। अतः ये फंड अधिक liquid नहीं होते हैं।
निवेश लक्ष्यों (Investment Objective) के आधार पर म्यूचुअल फंड कितने प्रकार के होते हैं?
- Growth फंड इन म्यूच्यूअल फंड का मुख्य लक्ष्य (objective) अधिकतम लाभ प्राप्त करना होता है अतः इनमें अधिकतम पूंजी (maximum capital) stocks में निवेश की जाती है इसके साथ ही यह अधिक जोखिम(high risk) वाले होते हैं अतः इन में दीर्घ काल (long term) के रूप में निवेश(invest) करना ही बेहतर होता है।
- Income फंड जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है यह म्यूचल फंड एक निश्चित आय प्रदान करने के लिए बनाए रहे हैं अतः इन में निवेशकों जी को debt instruments जैसे government securities certificate deposit बीonds आदि में निवेश(invest) किया जाता है यह कम जोखिम (low risk) वाले फंड होते हैं।
- Liquid फंड यह म्यूचल फंड छोटी अवधि (short term) के लिए होते हैं जिनमें पूंजी (capital) को market instruments जैसे ट्treasuary bills deposit certificate term deposit commercial papers आदि में निवेश (invest) किए जाते हैं liquid फंड मुख्य रूप से हमारी एक तय सीमा से अधिक पूंजी( surplus capital) को कुछ दिनो अथवा कुछ महीनों के लिए आपातकालीन(Emergency) फंड के रूप में इस्तेमाल करने हेतु निवेश (invest) किए जाते हैं।
- Tax Saving फंड यह म्यूचल फंड मुख्य रूप से इनकम टैक्स बचाने के लिए प्रयोग में लाए जाते हैं इनके अंतर्गत आयकर अधिनियम 80 सी के तहत 1.5 लाख तक की राशि निवेश (Invest)की जा सकती है इस फंड का एक उदाहरण ELSS फंड है। इस फंड में निवेश (invest) की गई राशि एक निश्चित अवधि के लिए Lock हो जाती हैं।
म्यूचल फंड से जुड़े कुछ सवाल जवाब
म्यूचल फंड क्या है?
म्यूचुअल फंड Investment करने का एक साधन है जिसमें निवेशकों (Investors) द्वारा अपनी पूंजी का हिस्सा ज्यादा तथा कम समय के लिए अधिक लाभ(returns) प्राप्त करने के लिए प्रयोग में लाया जाता है।
फंड Manager अथवा portfolio manager किसे कहते है?
निवेशकों(inventors) की कुल पूंजी(capital) को अनुभवी वित्तीय विशेषज्ञों (professionals) द्वारा बाजार (market) में निवेश (invest) जाता है। इन वित्तीय जानकारों को फंड Manager अथवा portfolio manager भी कहा जाता है।