आज के समय में BarCode का उपयोग हर जगह किया जा रहा है। हमें हर Product में बारकोड देखने को मिल जाता है हम Grocery या मॉल में कपड़े लेने गए होंगे तो वहां हर Product में BarCode देखने मिलता है। बड़ी दुकानों या मॉल में इसका use बहुत ज्यादा किया जाता है बड़ी जगहों पर customer ज्यादा आते हैं जिससे bill बनने में ज्यादा समय लगता है क्योंकि दुकानदार हर Product का मूल्य देखकर बनाता है पर बड़ी जगह पर उनके System में हर Product के बारकोड का Rate की Information store होती है। अब जब भी कस्टमर कुछ खरीदता है तो दुकानदार सिर्फ बारकोड को स्कैन करता है और उसकी System में उसकी Price जाती है और आसानी से पलक झपकते उसका Bill बन जाता है आए जानते हैं Barcode क्या है? कैसे काम करता है और इसे कैसे बनाते हैं।
BarCode क्या है?
बारकोड एक तरह की काली और सफेद (Black and white) लाइनों से मिलकर बनता है । यह काली और सफेद मैंने एक दूसरे की समांतर (parallel) होती है इन लाइनों में हमको यह संख्या के द्वारा Information को स्टोर कराते हैं जिसे बारकोड रीडर कुछ ही समय में Read करके बता देता है। जिससे हम उस Product या बारकोड जिसकी जानकारी स्टोर होती है हमें पता लग जाता है।
Bar code का अविष्कार या शुरुआत
बारकोड का आविष्कार 1948 में Bernard Silver ने किया उन्होंने Drexel Institute of Technology से अपनी स्टडी की थी सिल्वर ग्रॉसरी के चेक आउट को ऑटोमेटेकली करना चाहते थे वे चाहते थे कि इसके Checkout में कम से कम समय लगे इस समस्या के उपाय ढूंढते समय ही बारकोड का अविष्कार हुआ उन्होंने इसे 1952 में “Classifying Apparatus and Method” के नाम पर पेटेंट करवाया।
Barcode कैसे काम करता है
आपको तो पता ही होगा कि हमारा Computer केवल Binary language अर्थात कंप्यूटर केवल 0 और 1 को ही समझता है इसलिए बारकोड को हम Black and White के ऐसे 95 खाने पट्टियो में बदल देते हैं और इन्हें 0 व 1 के रूप में Divide कर देते हैं 95 खानों में से 3 खाने Start, Middle और End में छोड़ कर रखते हैं जिन्हें गार्ड्स के रूप में जानते हैं।
- 95 खाने में 3-3 खाने अलग करने के बाद उसके बीच में 42 -42 लाइन बचती है इन लाइनों को हम छह भागों में बांट देते हैं जिससे 7-7 लाइनों का एक भाग बनता है।
- हम Barcode को बाएं से दाएं Read करते हैं जैसा कि हमने बताया कि दाएं भाग को छह भागों मैं बांट दिया जाता है इस प्रकार 1 भाग 7 लाइनों से बनता है और इन 7 लाइनों से मिलकर एक कोड बना होता है।
- यह code बाई ओर सम स्थानों से बना होता है जबकि दाएं ओऱ विषम स्थानों से बना होता है जिससे यह पता चलता है कि बारकोड किस तरह से रीड करना है।
Bar code के प्रकार
- 1 Dimensional Barcode – 1 Dimensional Barcode वे बारकोड होते हैं जिसमें लाइनों के रूप में डाटा स्टोर होता है।
- 2 Dimensional Barcode -2 Dimensional Barcode में data दो तरफ़ से स्टोर होता है इसे किसी भी दिशा से रीड किया जा सकता है ऐसे ही हम टू डाइमेंशनल बारकोड या QRCode कोड कहते हैं।
Barcode Generate कैसे करे या कैसे बनाये
बारकोड को जनरेट करना बहुत ही आसान होता है । आज के समय में बारकोड का यूज बहुत ज्यादा हो रहा है जिससे इसे यूनिक बनाना बहुत ही ज्यादा जरूरी है बारकोड को gs1 जारी करता है तथा इसकी निगरानी में ही बारकड रहते हैं
वर्ल्ड में इतनी सारी कंट्री होने के कारण हर कंट्री के लिए बारकोड नंबर डिसाइड किए गए हैं जिससे यह पता चल जाता है कि किस कंट्री का क्या बारकोड है जैसे इंडिया का बारकोड 890 से स्टार्ट होता है।
बारकोड यदि हम बिजनेस परपज या प्रोडक्ट सेलिंग के लिए यूज करना चाहते हैं तो हमें gs1 से लेना होता है इसके लिए हमें इसकी वेबसाइट में जाकर अपनी डिटेल दे कर रजिस्ट्रेशन करना होता है इस तरह आप सेलिंग पर्पस के लिए बारकोड ले सकते हैं।
यदि आप बारकोड का use personally करना चाहते हैं तो आप किसी भी ऑनलाइन वेबसाइट में जाकर बारकोड जनरेट कर सकते हैं और यूज कर सकते हैं।
Online Barcode कैसे बनाये?
ऑनलाइन बारकोड बनाने के लिए आपको गूगल में Barcode Generator सर्च करें किसी भी वेबसाइट में जायेइसके बाद आपको Barcode का Type को सेलेक्ट करें और क्या नाम से Barcode बनाना है वह लिखकर Barcode Generator पर क्लिक करे। कुछ देर बाद आपका Barcode जनरेट हो जायेगा इसका उपयोग आप कही भी कर सकते हो।
Bar code का use कहा होता है
बारकोड का यूज शुरुआत में ग्रॉसरी के लिए किया जाता था पर आज के समय में लगभग हर प्रोडक्ट में बारकोड का यूज किया जाता है बारकोड का यूज़ प्रोडक्ट को यूनिक नेम्स बनाने के लिए होता है क्योंकि हर प्रोडक्ट का एक यूनिक बारकोड होता है और वह उस प्रोडक्ट को रिप्रेजेंट करता है कि वह यूनिक है अर्थात यदि किसी शॉप पर अब जाते हैं तो आप देखेंगे की दुकान वाला अशोक वाला बार कोड को स्कैन करता है और उसका बिल बनाकर आपको दे देता है यदि वह बारकोड यूनिक नहीं होता तो ऐसा हो पाना संभव नहीं था।
Bar code के फायदे
- बारकोड के यूज करने से प्रोडक्ट यूनिक हो जाता है।
- बारकोड की वजह से कंप्यूटर सिस्टम को प्रोडक्ट पहचानने में आसानी होती है।
- बारकोड से समय बच जाता है।
- बारकोड की मदद से हम उस प्रोडक्ट की पूरी कंपनी के बारे में जान सकते हैं।
Bar code के नुकसान
- बारकोड में हम ज्यादा इंफॉर्मेशन स्टोर नहीं करा सकते हैं।
- बारकोड थोड़ा सा भी खराब हो जाता है तो स्केनर उसे रीड नहीं कर पाता है।
- यदि किसी कंपनी के प्रोडक्ट ज्यादा होते हैं तो नया कोड लेना होता है क्योंकि शुरू के 6 अंक कंट्री और कंपनी कोर्ट में ही चले जाते हैं ज्यादा प्रोडक्ट होने के कारण सिर्फ 6 अंकों में कंपनी के प्रोडक्ट का कोड नहीं बन पाता है।
- बारकोड को हम किसी भी एंगल अर्थात 360 डिग्री में स्कैन नहीं कर सकते हैं।
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Barcode से जुड़े कुछ सवाल जवाव
Barcode Full Form क्या है?
Barcode का Full Form Barcode ही होता है इसे हम इसी नाम से जानते हैं।
Online Barcode कैसे बना सकते हैं?
ऑनलाइन बारकोड बनाने के लिए आपको गूगल में Barcode Generator सर्च करें किसी भी वेबसाइट में जायेइसके बाद आपको Barcode का Type को सेलेक्ट करें और क्या नाम से Barcode बनाना है वह लिखकर Barcode Generator पर क्लिक करे।
बारकोड स्कैनर क्या है
बारकोड स्कैनर एक ऐसा Device है जो किसी भी बारकोड को रीड करके उस बारकोड को इमेज की पूरी जानकारी text में बदल देता है।
क्या मोबाइल भी बारकोड स्कैनर है?
हम अपने मोबाइल फ़ोन को भी बारकोड स्कैनर के रूप में उपयोग कर सकते हैं जब हम मोबाइल में कोई बार कोड को स्कैन करते हैं तो कैमरा चालू हो जाता है जिससे मोबाइल Barcode को पढ़ पता है।
Barcode कैसे स्कैन कर सकते हैं?
Barcode स्कैनर से।
मोबाइल के barcode ऐप से।